रांची : झारखंड
@The Opinion Today
किसानों के काम के भी होते हैं खरपतवार
कुछ खरपतवार पर्यावरण और व्यक्तियों के लिए फायदेमंद होते हैं। उनमें से कुछ न केवल पौष्टिक खाद्य पदार्थ और वनस्पति के रूप में काम करते हैं। बल्कि औषधीय गुण भी रखते हैं। राष्ट्रीय खरपतवार प्रशंसा दिवस हर साल 28 मार्च को मनाया जाता है।
राष्ट्रीय खरपतवार प्रशंसा दिवस हमें यह याद दिलाता है कि खरपतवार सिर्फ़ वे पौधे नहीं होते जो वहाँ उगते हैं जहाँ आप नहीं चाहते, बल्कि वे हमारे लिए उपयोगी भी हो सकते हैं।
राष्ट्रीय खरपतवार प्रशंसा दिवस की स्थापना लोगों को यह याद दिलाने के लिए की गई थी कि खरपतवार सिर्फ़ एक पौधा है जो वहाँ उगता है जहाँ आप नहीं चाहते कि वह उगे।
झारखंड में पाए जाने वाले प्रमुख खरपतवारों में सांवां, कोदो ,मकड़ा वनचरी, गेहूं का मामा, जंगली जई ,मोथा ,लुम्बर घास,बथुआ चटरी-मटरी, हिरनखुरी, सैंजी, अंकरी, अंकरा,जंगली पालक,जंगली गाजर,पचकोटा,लहसुआ,गाजर घास प्रमुख हैं।
खरपतवार प्रशंसा दिवस कैसे मनाएँ
- अपने आस-पास के पौधों, खरपतवारों, वनस्पतियों के लाभों को जानने के लिए आज एक दिन का समय निकालें।
- जंगली फूलों या देशी प्रजातियों का उद्यान बनाएं।
- अपने पास-पड़ोस में “खरपतवारों” की पहचान करें।
- औषधीय खरपतवारों के बारे मे जानने की कोशिश करें।
- सोशल मीडिया पर #WeedAppreciationDay का उपयोग करके अपना ज्ञान साझा करें।
ज्यादा जानकारी के लिये नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें
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