चतरा : झारखंड
@ The Opinion Today
2024 में दिखा था चतरा में खुबसुरत स्टार टर्टल।
कछुओं और कछुओं के संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दुनिया भर में हर साल 23 मई को विश्व कछुआ दिवस मनाया जाता है। यह प्राणी 20 करोड़ से अधिक वर्षों से पृथ्वी पर मौजूद हैं। यह विशेष दिन उनके सामने आने वाले कई खतरों को सामने लाता है, जिसमें आवास का नुकसान, अवैध व्यापार और पर्यावरण क्षरण शामिल हैं। प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने में कछुओं की अहम भूमिका होती है। कछुओं को कई खतरों का सामना करना पड़ता है, जिसमें आवास का नष्ट होना, प्लास्टिक प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और पालतू जानवरों या भोजन के लिए अवैध व्यापार शामिल है। नतीजतन दुनिया भर में 300 कछुओं की प्रजातियों में से 129 खतरे में हैं।
कछुओं की 12 ऐसी प्रजातियां हैं, जो झारखंड में भी पायी जाती हैं, इनमें सबसे ज्यादा इंडियन फ्लैपशेल टर्टल है, जो राज्य के प्राय: सभी जिलों की गहरे पानी वाली नदी व जलाशय में पाये जाते हैं।
झारखंड में कछुओं की पांच प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं. इनमें गंगाज सॉफ्टसेल टर्टल, इंडियन पीकॉक सॉफ्टशेल टर्टल, ब्लैक स्पॉटेड पॉन्ड टर्टल, क्राउंड रिवर टर्टल और ट्रिकैरिनेट हिल टर्टल शामिल हैं. वहीं संकटग्रस्त स्थिति में चार प्रजातियां इंडियन नैरोहेडेड सॉफ्टशेल टर्टल, थ्री स्ट्राइप्ड रूफ्ड टर्टल और येलो टॉर्टाेइज शामिल हैं. राज्य में सबसे अधिक पायी जाने वाले कछुआ की प्रजाति इंडियन फ्लैपसेल टर्टल को आइयूसीएन ने निकट भविष्य में लुप्तप्राय की श्रेणी में रखा है।
चतरा में नहीं दिखता अब इंडियन रूफ्ड टर्टल और इंडियन ब्लैक टर्टल :
झारखंड के हजारीबाग, बोकारो, पाकुड़, गिरिडीह व देवघर में पाये जाने वाला रेड क्राउंड रूफ्ड टर्टल अब लुप्तप्राय हो चला है। इसे आखरी बार 2020 में देखा गया था. वहीं, इंडियन रूफ्ड टर्टल और इंडियन ब्लैक टर्टल को निकट भविष्य में संकटग्रस्त की श्रेणी में शामिल किया गया है. कछुआ की यह प्रजाति प् कोडरमा, दुमका, साहेबगंज, गढ़वा, पलामू व चतरा जिले के नदी और धान के खेतों में देखा जाता था।
2024 में चतरा में दिखा था स्टार टर्टल।
वर्ष 2024 में चतरा जिले के पत्थलगड़ा प्रखंड के मोरशेरवा पहाड़ी के पास पहली बार भारतीय सितारा कछुवा देखा गया था। सितारा कछुआ दुनियाके सबसे खुबसूरत कछुओं में से एक माना जाता है। इसकी पीठ पर पीले और काले रंग की तारे की आकृति छपी होती है।
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