रांची : झारखंड
@The Opinion Today
झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान धन के दुरुपयोग पर नजर रखने के लिए नए प्रयोग किए गए हैं। चुनाव के दौरान बैंकों के
रुपए कैश वैन के जरिए एक जगह से दूसरी जगह लाने-ले जाने , एटीएम मशीन में डालने के लिए करेंसी वैन का उपयोग किया जाता है। करेंसी वैन और सुरक्षा सेवा देने वाली कंपनियां निजी क्षेत्र की होती हैं। जिन्हें डरा धमका कर कुछ राजनीतिक दल या प्रत्याशी अपना उल्लू सीधा करते हैं जिससे चुनाव प्रभावित होता है।
झारखंड विधानसभा चुनाव में आयोग के निर्देश इस बार बैंकों ने इस प्रकार के कारकों पर रोक लगाने के लिए नया तरीका निकला है।
चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। इस दौरान रुपयों की लेन देन और आने ले जाने को लेकर सघन जांच पड़ताल चलाया जा रहा है।
50 हजार से अधिक की राशि ले जाने और जांच में पकड़े जाने पर दस्तावेज दिखाना जरूरी है।
ऐसा नहीं करने पर पुलिस उन रुपयों को जब्त कर लेती है।
लेकिन इस कवायद में सामान्य रूप से करेंसी लेकर जा रही गाड़ियों को नहीं चेक किया जाता है।
पहली बार राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान इन गाड़ियों में क्यूआर कोड की व्यवस्था की गई है। ऐसा इसलिए किया गया है कि कोई भी नेता निजी कंपनियों के कैश ढोने वाली वैन का दुरुपयोग कर नोट की बंदरबांट न कर सके और न ही जांच में बैंक के रुपए जब्त किए जा सके।
चुनाव के दौरान कैश ढोने वाली वैन में लाखों रुपये लाए और ले जाए जाते हैं। ऐसी वैन को जांच टीम नहीं रोकती थी। इस का फायदा उठाते हुए पहले के चुनावों में कुछ नेताओं ने एजेंसी वाली वैन का दुरुपयोग कर वोट के लिए बड़ी संख्या में अपने पास रखे रुपयों का लेन-देन किया। दूसरे राज्यों में हुए चुनाव में चुनाव आयोग को ऐसी शिकायतें मिली थीं। इसपर ध्यान देते हुए चुनाव आयोग ने क्यूआर कोड की व्यवस्था प्रारंभ की है।
बैंक ने इस सुविधा के लिए एलडीएम को अधिकृत किया गया है । एलडीएम सभी करेंसी चेस्ट या शाखाओं के लिए एक पासवार्ड तैयार करेंगे और जब भी करेंसी शाखा से रुपये वैन में भेजे जाएंगे तो एक शाखा प्रबंधक या अधिकारी अपने कंप्यूटर से एक क्यूआर कोड जेनरेट कर वैन चालक को देगी ताकि पकड़े जाने पर वैन का चालक क्यूआर कोड दिखा सके। जांच टीम चुनाव आयोग के ऐप से उस क्यूआर कोड को स्कैन कर यह जान सकेगी कि कितना कैश, कहां से कहां जा रहा है। यह क्यूआर कोड बैंक के अलावा और कोई नहीं बना सकेगा। इसका दुरुपयोग करना भी संभव नहीं हो पाए
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