रांची : झारखंड
@ The Opinion Today
अस्थाई नौकरियों के नए केंद्र कोयंबतूर और गुरुग्राम
महंगाई के साथ देश में उपभोक्ता खपत भी तेजी के साथ बढ़त बनाए हुए हैं। देश के कुछ बड़े शहरों को दरकिनार रखें तो देश के अन्य शहरों में FMCG फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स की मांग में तेजी देखने को मिल रही है। क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म का सहारा लेकर E कॉमर्स कंपनियां अपनी क्षमता बढ़ा रही हैं।
RBI की मासिक रिपोर्ट के अनुसार ई कॉमर्स कंपनियां मांग को पूरा करने के लिए अपने यहां श्रमिकों की संख्या बढ़ा रहे हैं।
इसके साथ ही रोजगार देने के मामले में भी अग्रणी है। इन कंपनियों ने इस वर्ष 9 करोड़ लोगों को अस्थाई और अनुबंध वाली नौकरियां दी हैं। इस तरीके के काम करने वाले कर्मी गीग वर्कर कहलाते हैं। इस समय देश में इन वर्करों की संख्या 77 लाख है। लेकिन 2030 तक इनके 2 करोड़ 35 लाख होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
अस्थाई नौकरियों के नए केंद्र।
नई नौकरियों को देने के मामले में सबसे आगे दक्षिण की कोयंबतूर और गुरुग्राम जैसे शहर केंद्र के रूप में सामने आए हैं।
विशेषज्ञ इन नए केंद्रों को भौगालिक बदलाव के संकेत के रूप में देखते हैं। इसके पीछे एक प्रमुख कारण ई कॉमर्स कंपनियां का इन सहारों से संचालित होना है । इन जैसे शहरों में ये कंपनियां अपनी ऑपरेशनल क्षमता बढ़ाने में जुटी हैं।
RBI की राय में 2025 में सेमीकंडक्टर और इससे जुड़े उद्योगों के जरिए 80 हजार नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे।
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