रांची : झारखंड
@ The Opinion Today
सागौन के पत्तों से बना अर्क जल्द ही हमारी आँखों का सुरक्षा कवच बनेगा और संवेदी अंगों को अत्याधुनिक लेजर की किरणों के आकस्मिक संपर्क में आने से गंभीर रूप से प्रभावित होने से बचाने का काम करेगा। लेजर तकनीक के इस दौर में मानव आंखों को उच्च शक्ति वाले लेजर विकिरण से बचाने की आवश्यकता है। लेजर किरणों का उपयोग आज हर क्षेत्र में हो रहा है।
सागौन की पत्तियों में एंथोसायनिन भरपूर होती हैं। जो उन्हें लाल-भूरा रंग प्रदान करते हैं। सागौन के पत्ते एंथोसायनिन जैसे प्राकृतिक रंगद्रव्यों का एक समृद्ध स्रोत हैं, जो उपयुक्त विलायकों का उपयोग करके निकाले जाने पर एक विशिष्ट लाल-भूरा रंग प्रदान करते हैं।
केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के स्वायत सेवी संस्था रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने सागौन के पेड़ की बिना उपयोग में लायी गयी पत्तियों का रोमांचक उपयोग का पता लगाया है। सागौन के पत्तों को सुखाकर पाउडर बनाया गया अर्क आधुनिक, पर्यावरण के अनुकूल लेजर सुरक्षात्मक उपकरण, जैसे सुरक्षा चश्मे, ऑप्टिकल सेंसर के लिए सुरक्षा और लेजर-प्रतिरोधी कोटिंग्स के निर्माण के लिए नई संभावनाओं को खोलता है।
इस प्राकृतिक डाई का उपयोग लेजर-प्रेरित क्षति के जोखिम को कम करने के लिए हरित ऑप्टिकल प्रौद्योगिकियों में बड़े पैमाने पर किया जा सकता है, जिससे तकनीकी दुनिया कम खतरनाक और अधिक पर्यावरण के अनुकूल बन जाएगी।
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