रांची : झारखंड
@ The Opinion Today
झारखंड : 2021 से 2024 के दौरान 3145 मौतें वज्रपात के कारण। 4 वर्ष में 4 लाख बार चमकी बिजली।
बिहार में वज्रपात से हर साल 250-400 लोगों की जान जाती है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2019-2024 के बीच यानी छह वर्षों में इससे 1,937 लोगों की मौत हो चुकी है। एनुअल लाइटनिंग रिपोर्ट 2024 के मुताबिक, 2014 से 2024 के बीच बिहार में बिजली गिरने से 2,937 लोग मारे गए। मृतकों की संख्या के मामले में बिहार देश में मध्य प्रदेश के बाद दूसरे नंबर पर है। मरने वालों की संख्या के लिहाज से खुद बिहार में वज्रपात सभी प्राकृतिक आपदाओं में दूसरे नंबर पर है। जलवायु लचीला अवलोकन प्रणाली संवर्धन परिषद (सीआरओपीसी) मुताबिक झारखंड में वर्ष 2021 से 2024 के दौरान 3145 मौतें वज्रपात के कारण हुयी हैं। वहीँ बिजली चमकने की घटना वेश 2019 से मार्च 2024 के दौरान 4 लाख से अधिक बार घटी है।
बिजली चमकने की घनत्व और मौतों के मामले में अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हिमालय की तलहटी, दिल्ली आदि उभरते हॉटस्पॉट हैं। मृत्यु के मामले में, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्यों को और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
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