रांची : झारखंड
@ The Opinion Today
पटना से हासिल की BAMS की डिग्री, टैक्सी ड्राइवरों को बनाता था निशाना।
डॉक्टर डेथ के नाम से मशहूर सीरियल किलर देवेंद्र शर्मा को राजस्थान के दौसा से गिरफ्तार कर लिया गया है। देवेंद्र के खिलाफ 21 हत्याओं के मामले में आरोप पत्र दाखिल हो चुके हैं। दिल्ली के सात मामलों में उसे उम्रकैद और गुरुग्राम के एक मामले में फांसी की सजाई सुनाई जा चुकी है। डॉक्टर डेथ’ को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने दौसा में एक आश्रम से गिरफ्तार किया। उस वक्त वह आश्रम में प्रवचन दे रहा था। 2023 में तिहाड़ जेल से पैरोल पर ये बाहर आया था जिसके बाद फरार हो गया था। उसने वर्ष 1995 से 2004 के बीच अपने गैंग के साथ मिलकर अनगिनत हत्याओं को अंजाम दिया। आरोपी देवेंद्र टैक्सी ड्राइवरों को निशाना बनाता था. जिसके बाद उनकी हत्या करके शव को कासगंज जिले की हजारा नहर में फेंक देता. इस नहर में मगरमच्छों की भरमार थी जो शव को खा जाते थे।
डॉ. देवेंद्र शर्मा (67 साल) एक समय किडनी ट्रांसप्लांट स्पेशलिस्ट था. लेकिन, जल्द ही वह मानव अंगों की तस्करी और फिर बेरहमी से हत्या करने वाले दरिंदे में तब्दील हो गया. डॉक्टर डेथ ने अपने अपराध की शुरुआत अवैध किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट से की, लेकिन जल्द ही उसका शौक हत्या में बदल गया. महज कुछ पैसों को लिए ये लोगों की हत्या कर देता था। देवेंद्र शर्मा का जन्म अलीगढ़ के छर्रा थाना क्षेत्र के गांव पुरैनी में एक सामान्य परिवार में हुआ था. देवेंद्र पढ़ाई में अच्छा था. जिसके बाद उसने बुलंदशहर में बहन के पास रहकर इंटर किया और फिर पटना से BAMS (आयुर्वेद चिकित्सा) की डिग्री हासिल की। वित्तीय संकट से जूझते हुए देवेंद्र ने 1992 में राजस्थान का रुख किया. यहीं से उसका जीवन अपराध की ओर मुड़ गया. पैसों की जरूरत में उसने किडनी ट्रांसप्लांट का अवैध धंधा शुरू किया।
67 साल के डॉक्टर डेथ पर कुल मिलाकर 50 से अधिक हत्याओं का आरोप है. इनमें से 8 मामलों में वह दोषी पाया गया, 7 में उम्रकैद और एक में फांसी की सजा सुनाई गई. ये फांसी की सजा गुरुग्राम में एक टैक्सी ड्राइवर की हत्या के मामले में दी गई थी
Discover more from theopiniontoday.in
Subscribe to get the latest posts sent to your email.