चतरा : झारखंड
@ The Opinion Toda
अवैध वसूली की खबर प्रसार प्रसारित होते ही ट्रक मालिकों ने किया जांच कर कार्रवाई की मांग
अवैध वसूली पर एनआईए टीम द्वारा नकेल कसने बाद भी संगठित गिरोह बना कर लाखों की अवैध वसूली का दे रहे हैं अंजाम।
वसूली की खबर चलने के बाद वसुलिकर्ता गिरोह में मचा भूचाल, भ्रमक बताने वाले को ट्रक मालिकों ने स्पेशल ब्रांच के रिपोर्ट पर लगाया मोहर, एनआईए से जांच की मांग।
जिले के टंडवा में संचालित आम्रपाली कोल परियोजना में प्रतिदिन प्रति ट्रैकों से लाखों रुपए के अवैध वसूली की खबर प्रमुखता से प्रसार प्रसारित होने के बाद ट्रक मालिकों ने स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट पर मोहर लगाते हुए जांच के मांग किया है। नावाडीह में प्रभावित ट्रक मालिकों की बैठक प्रकाश यादव के अध्यक्षता में की गई। बैठक में ट्रक मालिकों ने पांच सौ अवैध वसूली करना बंद करो, लोडिंग स्लिप माइंस से बाहर बांटना बंद करो की जमकर नारे लगाकर विरोध किया है। ट्रक मालिकों ने कहा एक संगठित गिरोह बनाकर प्रतिदिन प्रत्येक ट्रकों से पांच सौ अवैध वसूली कर रंगदारी ली जाती है। विरोध करने पर मुकदमा दर्ज कराने का धमकी दी जाती है। विरोध करने वाले ट्रक मालिकों को ट्रक संचालन करने में परेशान किया जाता है। आगे कहा लोडर टोकन पहले माइंस क्षेत्र के अंदर अधिकारी द्वारा दिया जाता था पर आम्रपाली जीएम द्वारा माइंस क्षेत्र से बाहर निजी व्यक्ति द्वारा वितरण कराकर वसूली कराया जा रहा है। जिसकी सूचना जीएम आम्रपाली को देखकर पूर्व की भांति लोडर टोकन माइंस क्षेत्र के अंदर वितरण करने का मांग की गई है। बताया गया एक तरफ जहां वाहन मालिक चीख- चीखकर अवैध वसूली होने की पुष्टि करते हुवे स्थानीय प्रशासन से कार्रवाई की गुहार लगा रहे हैं। वहीं, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी टंडवा उमेश राम ने वसूली होने की जानकारी तक होने से साफ इंकार कर दिया। मामला दिलचस्प इसलिए भी है कि इसी परियोजना में टेटर फंडिंग के गंभीर आरोप पर केंद्रीय एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई की है। पैटर्न बदलकर हो रहे लाखों रुपए प्रतिमाह अवैध उगाही के इस गोरखधंधे में अपना हिस्सेदारी लेकर थाना प्रभारी कहीं अनजान बनने का सिर्फ नाटक तो नहीं कर रहे हैं।
एनआईए के कार्रवाई बाद भी संगठित गिरोह बनाकर की जा रही वसूली
आम्रपाली कोल परियोजना के प्रारंभ से ही अवैध वसूली भ्रष्टाचार रिश्वतखोरी का मामला सुर्खियों में रहा है। कुछ मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा कार्रवाई करके की गई। जिसके बाद कुछ सालों के लिए अवैध वसूली पर लगाम लगा था। लंबे दिन बीत जाने के बाद अम्रपाली परियोजना में पुनः एक बार फिर से एक संगठित गिरोह बनाकर रहस्यमय तरीके से प्रत्येक ट्रैकों से प्रतिदिन लाखों रुपया का वसूली की जा रही है। जिसका खुलासा स्पेशल ब्रांच में भी किया हुआ है। स्पेशल ब्रांच का खुलासा होने के बाद संगठित गिरोह द्वारा भ्रमक और अफवाह बताया गया। जिसके बाद आम्रपाली के सैकड़ो ट्रक मालिकों में आक्रोश होकर इसका जमकर विरोध किया और अवैध वसूली पर मुहर लगा दिया। ट्रक मालिकों ने जांच एजेंसी से जांच करके तत्काल कार्रवाई का मांग किया है और स्पेशल ब्रांच के खुलासा स्वागत किया है।
ज्यादा जानकारी के लिये नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें
Discover more from theopiniontoday.in
Subscribe to get the latest posts sent to your email.