कोडरमा : झारखंड
@ The Opinion Today
नाइजीरिया में कोडरमा संसदीय क्षेत्र के पांच प्रवासी मजदूरों का वहां के नक्सली संगठन के द्वारा अपहरण
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी के आवास पर आज जमकर हंगामा हुआ। दरअसल मामला है, कि नाइजीरिया में कोडरमा संसदीय क्षेत्र के पांच प्रवासी मजदूरों का अपहरण वहां के नक्सली संगठन के द्वारा कर लिया गया है ।इस मामले को लेकर पीड़ित परिवार के लोग अन्नपूर्णा देवी से मिलकर अपने परिजनों को छुड़ाने की अपील किए हैं ,बावजूद इसके उनके परिजनों को अब तक नक्सलियों के कब्जे से छुड़ाया नहीं जा सका। इसी मामले को लेकर आज कोडरमा संसदीय क्षेत्र के विभिन्न इलाके से हजारों की संख्या में महिलाओं ने अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संगठन के बैनर तले मंत्री अन्नपूर्णा देवी से मिलने पहुंचे। महिलाओं ने अन्नपूर्णा देवी के आवास पर जम कर नारेबाजी की। उनकी मांग थी ,कि अन्नपूर्णा देवी अपने आवास से बाहर निकले और उनकी बातों को सुने। लेकिन अन्नपूर्णा देवी के आवास पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध थे ,महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के मद्धेनजर तैनात किया गया था। मंत्री आवास के गेट के पास ही आंदोलनकारी महिलाओं को रोक लिया गया ।इससे महिलाएं नाराज हो गई और अन्नपूर्णा देवी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जो ज्ञापन उन्हें सौंपने के लिए लाई थी उसे उनके गेट पर ही चिपकाने का प्रयास किया गया, जिसको लेकर पुलिसकर्मियों और महिलाओं में नोकझोंक भी हुई।
जिस ज्ञापन को उनके गेट पर चिपकाया गया ,उसे पुलिस वालों ने फाड़ दिया। इससे महिला और भी आक्रोशित हो गई। अपहृत प्रवासी मजदूर के परिजन ने बताया, कि उनके पति का अपहरण हुए लगभग दो माह हो गए हैं, लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है ।
वही महिला संगठन का कहना है कि हम लोग अन्नपूर्णा देवी से मिलने आए थे उन्हें ज्ञापन सौंपने आए थे, लेकिन अन्नपूर्णा देवी हम लोगों से नहीं मिली । वह भी एक महिला है और महिलाओं का दर्द जानती है लेकिन वह हम लोगों से नहीं मिली। इसलिए हम लोगों ने निर्णय लिया कि जो ज्ञापन लेकर आए हैं उन्हें उनके गेट पर चिपका देंगे। उन्होंने कहा, कि पहलगाम में हुई घटना के प्रति देश के पीएम मोदी जी काफी गंभीर हुए और सिंदूर के लिए उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन चलाया। यहां भी सिंदूर का मामला है। हम लोग यही मांग करते हैं कि जल्द से जल्द सभी प्रवासी मजदूरों को मुक्त कराया जाए।
वही अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि इसके लिए पहल की गई है। चुकी मामला दूसरे देश का है ,तो कोई भी कार्य प्रोटोकॉल के तहत ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा की थे इसमें विदेश मंत्रालय लगातार पहल कर रहा हैं।
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