झारखंड के किस जिले में है सांपों की भरमार

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पलामू : झारखंड

@ The Opinion Today

दुनिया भर में हर 5मिनट में 50 लोग सांप काटने की घटना का शिकार होते हैं ।

दुनियाभर में हर 5 मिनट में करीब 50 लोग सांप के काटने का शिकार होते हैं, जिनमें से चार लोग स्थायी रूप से विकलांग हो जाते हैं और एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
शोध से पता चलता है कि भारत में हर साल सर्पदंश के 7.7 से 12.4 लाख मामलों में 58,000 मौतें हो जाती हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने सांप के काटने की घटना, मृत्यु दर, मौतों की संख्या और देश पर इसका सामाजिक आर्थिक बोझ को लेकर एक अध्ययन जारी किया है। अध्ययन के मुताबिक सांप के काटने से भारत में हर साल 46,000 से अधिक लोगों की जान चली जाती है। जबकि केवल 30 प्रतिशत पीड़ित ही चिकित्सा उपचार के लिए अस्पतालों में पहुंचते हैं। भारत के रजिस्ट्रार जनरल- मिलियन डेथ स्टडी (आरजीआई-एमडीएस) के अनुसार, भारत में जहरीले सर्प दंश से होने वाली मौतों की संख्या प्रति वर्ष 46,900 है। भारत के रजिस्ट्रार जनरल- मिलियन डेथ स्टडी (आरजीआई-एमडीएस) के अनुसार, भारत में जहरीले सर्प दंश से होने वाली मौतों की संख्या प्रति वर्ष 46,900 है।

दुनिया भर में हर साल जहरीले सर्पदंश से होने वाली लगभग 100,000 मौतों में से आधी भारत में होती हैं। डब्ल्यूएचओ ने जून 2017 में सर्पदंश को नेग्लेक्टेड ट्रॉपिकल डिसीसेस (एनटीडी) की अपनी प्राथमिकता सूची में शामिल किया। भारत में लगभग 90 फीसदी सांप के काटे जाने की घटनाएं 4 खतरनाक सांपों के कारण होती हैं, जिनमें आम करैत, भारतीय कोबरा, रसेल वाइपर और सॉ स्केल्ड वाइपर शामिल है।

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झारखंड में सांपों की 30 प्रजाति।

झारखंड में सांपों की 30 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं, लेकिन इनमें से सभी जहरीले नहीं होते। केवल छह सांप ही जहरीले हैं, जिनके काटने से मृत्यु हो सकती है। इन जहरीले सांपों के नाम हैं: 1. नाग, 2. करैत, 3. रसेल वाइपर, 4. बैंडेड करैत, 5. बैम्बू पिट वाइपर और 6. सालाजार पिट वाइपर. झारखंड में नाग, करैत और रसेल वाइपर के काटने से अधिकतर मौतें होती हैं, जबकि बैंडेड करैत, बैम्बू पिट वाइपर और सालाजार पिट वाइपर के काटने के मामले बेहद कम हैं।

झारखंड के किस जिले में है सांपों की भरमार

सरायकेला खरसावां जिले में जहरीले सांपों की भरमार हैं। सरायकेला-खरसावां जिले में प्रत्येक माह 90 से 100 सांपों को घर व आंगन से रेस्क्यू किया जाता है।
वर्ष 2022 में 112, वर्ष 2023 में 117, व वर्ष 2024 में जून माह तक 98 लोगों को सांप ने डस लिया। इन ढाई वर्षों में 327 लोगों को सांप ने डंस लिया। जिनमें सात लोगों की मौत हो चुकी है।

 

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